केजीएमयू के कोरोना वार्ड में भर्ती उरई के डॉक्टर की हालत में सुधार बताया जा रहा है। पहली प्लाज्मा थेरेपी के बाद संक्रमण कम हुआ है। ऐसे में वेंटिलेटर से ऑक्सीजन देने की गति कम कर दी गई है। सोमवार देर रात इन्हें 200 एमएल प्लाज्मा की दूसरी डोज दी गई। रविवार को स्थिति गंभीर होने पर डॉक्टर को देर शाम प्लाज्मा थेरेपी दी गई। इसके करीब 12 घंटे बाद उनकी हालत में सुधार नजर आया है। अभी उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है, लेकिन कृत्रिम सांस देने की गति कम कर दी गई है। ब्लड प्रेशर, पल्स समेत दूसरे मानक में भी सुधार नजर आ रहा है। उनका शरीर कोरोना से लड़ने को एंटीबॉडी भी तैयार करने लगा है। डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। डॉ. डी. हिमांशु ने बताया कि डॉक्टर को 200 एमएल प्लाज्मा की दूसरी डोज दे दी गई है। ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. तूलिका चंद्रा के मुताबिक डॉक्टर का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव है। ऐसे में उन्हें राजधानी की पहली मरीज के रूप में केजीएमयू में भर्ती होने वाली महिला डॉक्टर से प्लाज्मा लेकर थेरेपी की गई। इसके नतीजे सार्थक आए हैं।